Horror Stories in Hindi : Tower Of Silence

Horror Stories in Hindi : Tower Of Silence

यदि आप भी भुतिया जगह जाने का शौक रखते हैं तो आपने कभी न कभी Tower of Silence के बारे में सुना होगा, दोस्तों आज मैं आपलोगों को एक ऐसी Hindi Horror Stories शेयर करने जा रहा हूँ  जो इसी जगह से जुडी है.और यह Real Horror Story है |

Horror Stories in Hindi : Tower Of Silence
Hindi Horror Stories - Tower Of Silence

Tower Of Silence :

ये कहानी 2007 की है, तब मैं और मेरा फ्रेंड नितेश पुणे के एक इंजीनियरिंग कॉलेज में पढ़ते थे. उस टाइम कॉलेज में हॉलिडे था और हमलोगों के सारे फ्रेंड्स अपने घर जा  चले गए थे |  मैं और  नितेश हॉस्टल में अकेले थे | हमारा ट्रेन दो दिनों के बाद था | हमलोग हॉस्टल में अकेले बोर हो रहे थे | तभी नितेश ने मुझसे कहा क्यूँ न कुछ adventurous और इंट्रेस्टिंग किया जाये | मैंने उससे पूछा की हमलोग ऐसा क्या करने वाले हैं ?


उसने बोला क्यूँ न हम जोरास्ट्रियन के ग्रेव यार्ड  Tower of Silence चलें | हमने  Tower of Silence के बारे में पहले से ही बहुत कुछ सुन रखा था | यह एक बड़ा सा कुआँ होता है , जहाँ पर डेड बॉडीज को ओपन रखा जाता है और उन डेड बॉडीज को वल्चर खाते हैं | मुझे भी वह जगह देखनी थी,सो मैंने हामी भर दी | Tower of Silence जाने के लिए हम इवनिंग में हॉस्टल से निकले |


Horror Stories in Hindi : Tower Of Silence
Hindi Horror Stories - Tower Of Silence


यह सिटी से बहुत दूर एक सुनसान जगह में थी इसलिए वहां पहुँचते-पहुँचते हमें शाम के 8 बज गए | हम काफी excited थे | जब हम वहां पहुंचे वहां कोई भी नहीं था , और वहां का गेट लॉक था | वहां बहुत अजीब सा फील हो रहा था | नितेश ने बोला की चलो हम बौन्द्री क्रॉस करके अन्दर चलते हैं | मैंने नितेश से पूछा क्या अन्दर जाना ठीक रहेगा, उसने बोला दर मत कुछ नहीं है अन्दर वैसे भी भुत उत  कुछ नहीं  होता है | वह जगह देखने में काफी डरावनी थी और अन्दर से बहुत ही ख़राब स्मेल आ रही थी | फिर हम दिवार क्रॉस करके अन्दर चले गए |

वहां चारों तरफ पेड़ ही पेड़ था और साइड साइड में ग्रेव यार्ड था , हमे कुछ ही दूर चलने के बाद  Tower of Silence दिखने लगा | वह जगह काफ़ी सुनसान और डरावनी थी, तभी मुझे बहूत ही अजीब सी आवाज सुनाई देने लगी | यह बहुत से लोगो की एक साथ चीखने की आवाज थी, सुरु में तो आवाज बहुत ही धीमी थी लेकिन धीरे धीरे यह आवाज तेज होती चली गयी | तभी अचानक से मेरे कान के पास कोई बहुत जोरो से चीखा | मैं वहीँ रुक गया और नितेश मेरे से थोडा आगे बढ़ गया | मैं नितेश को आवाज देकर रोक रहा था - "नितेश रुको " लेकिन न तो नितेश को मेरी आवाज सुनाई दी न ही वह रुका | मैंने उसे बहुत बार आवाज लगाया पर वह नहीं रुका |

Horror Stories in Hindi : Tower Of Silence
Hindi Horror Stories - Tower Of Silence


मैं बहुत ही ज्यादा दर गया था | मैंने अकेले ही वहां से वापस लौटने का प्लान किया ,मैं वहां से लौटने लगा और नितेश कुएं की तरफ बढ़ रहा था | जब मैं लौट रहा था तभी अचानक से मेरे सामने कुछ धुएं जैसा दिखा और देखते ही देखते वह धुआं मेरे चारो ओर था. उस धुंए में कुछ आकृति जैसी थी. और फिर से मेरे कानो में बहुत जोरो से चिलाने का आवाज आने लगा , मैं वहां से बहुत ही तेजी से भागा | डर के कारण मैं नितेश को पूरी तरह भूल चूका था , और मैं भागते भागते उस जगह से थोड़ी दूर चौराहे पर आ गया | मैं बहुत ही जायदा डर गया था |

मैं वहीँ  पर नितेश का वेट कर रहा था | वह चौराहा काफी सुनसान था | मुझे नितेश की भी चिंता हो रही थी की वह क्या कर रहा होगा, उसके साथ कुछ हुआ तो नहीं होगा | यह सारे ख्याल मेरे दिमाग में उस टाइम चल रहे थे | वहां कोई भी नहीं था जिससे मैं मदद ले पता | मैं रात भर नितेश का वहीँ इंतज़ार किया और नितेश रात भर Tower of Silence से बाहर नहीं आया  | जैसे ही सुबह हुई मैं नितेश को खोजने वहां चला गया , और वहां के गार्ड के मदद से उसे खोजने लगा | हमने नितेश को Tower of Silence के पास बेहोश पड़ा देखा | उसे किसी तरह वहां से बाहर निकाल कर मैं हॉस्पिटल ले कर गया | वह तीन दिनों तक बेहोश पड़ा रहा , तीन दिन के बाद जब उसे होश आया तो वह पागल हो गया था और वह यह भी बताने की स्टेज में नहीं था की उस रात उसके साथ वहां क्या हुआ ?

फिर उसके माँ पापा उसे वहां से अपने घर ले गए, और नितेश फिर वापस लौट कर उस कॉलेज में भी नहीं आया | इस तरह हमने अपना वह हॉलिडे भी बर्बाद किया और मैंने अपना एक अच्छा दोस्त भी खो दिया |

फ्रेंड्स मैंने इस स्टोरी का animated विडियो भी बनाया है उसका लिंक निचे है , और यदि आप Hindi horror stories देखना चाहते हैं तो हमारे Youtube channel - Dating Ghosts को  subscribe कर लें  |




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